घमंड
आज बुलंदी पर तुझे कितना गुरुर है;
याद रख जो चीज चढती हैं वो उतरती जरूर है;
हिना का रंग है या शराब का सरुर है;
आदमी वक्त के आगे कितना मजबूर है॥
आज बुलंदी पर तुझे कितना गुरुर है;
याद रख जो चीज चढती हैं वो उतरती जरूर है;
हिना का रंग है या शराब का सरुर है;
आदमी वक्त के आगे कितना मजबूर है॥
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